31/10/2020. P/119
हिन्दी/ /////// स्कूल में सबसे बड़ा और मजेदार दिन होता था। जब स्कूल कि तरफ़ से दिल्ली घूमने या टूर पर जाते थे तब तो दोस्तो के संग मौज मस्ती की कोई सा ही नहीं होती थी। खास कर मेरे कमिने ,पागल दोस्त ऎसी हरकते करते थे। की हसी रुकने का नाम ही नहीं लेती। आठवीं क्लास से जब मै मेरे दोस्तो के साथ टूर पर गया। तो मै और मेरे दोस्तो ने लड़- झगड़ कर खिड़की वाली सीट ली। और बस चल पड़ी किसी को नहीं पता था कि कहा जा रहे है। अध्यापक ने कहा कि हम लोग कहा का रहे है यह एक आश्चर्य है। जब हम लोग मजनू के टीला के पास ट्रैफिक होने की वजह से रुके तो क्लास के लडको ने पास से ही जाते छक्के को बोला डार्लिंग चल रही है क्या इस बात पर छक्के ने खूब गाली दिया वो गाली बकता था जब तक स्कूल बस चली नहीं गई। कुछ देर बाद बस रुकी तो पता चला कि हम लोग लोटस टेंपल घूमने आए है। उसी दिन और भी स्कूल के टूर आए थे जिसमे लडके और लड़कियां भी थी ये देख के क्लास के लडके तो बोले ठीक जगह आए है। जो कुछ देर पहले बोल रहे थे कि बहुत बोरिंग सी जगह है। अध्यापक ने कहा सभी लोग लाइन में चलेंगे एक दूसरे का हाथ पकड़ कर। सभी ने हा में सर हिलाया सभी स्टू