2/10/2020. P/118

 हिन्दी/

///////

शुभाशिका जो होम के अंदर ओपन स्कूल चलाती थी। उनके द्वारा दिया गया ८या १० पास का सर्टफिकेट गवर्नमेंट स्कूल में भी मान्ताप्राप्त था। मेरी तो दुश्मनी थी शुभाशिक वालो से क्योंकि मै ५ कक्षा से पड़ते हुए ८वी कक्षा मै पहुंचा था। और सभी कक्षा पास किया था।  ५ साल लगे थे ८ वी कक्षा मै पहुंचने के लिए लेकिन शूभाशिका वालो ने उन लडको को भी ८ वी पास करा दिया जो ठीक से हिन्दी भी पड़ता नहीं जानते थे। मेरी उनसे दुश्मनी इस लिए नहीं थी कि शुभाशीका वालो ने ओपन से विद्यर्थियों को सभी को उच्च कक्षा मै पहुंचा दिया था। बल्कि इसलिए थी की शुभशिका वाले पहले क्यो नहीं आए। और सबसे आश्चरयजनक ये था कि सभी विद्यार्थियों के सर्टिफिकट में ८० परसेंट से उपर नंबर थे। शूभशिका वालो ने सभी विद्यर्थियों का ९ में दाखिला दिलाना चाहा लेकिन प्रधानाचार्य ने मना कर दिया और कहा कि मै टेस्ट लुगा अगर पास हुए तो एडमिशन लूगा नहीं तो सभी को ९ से नीचे की कक्षा में दाखिला मिलेगा जब प्रधानाचार्य ने टेस्ट लिया तो सभी फेल हो गए और सभी को ८ वी कक्षा मै एडमिशन लिया और ८ वी में मै भी था। जो शुभशीका से आए थे। उनको ८ वी कक्षा के ब्लाक सी में डाला गया। शुभाशिका एजुकेशन सोसाइटी थी। उस समय के दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री मती शीला दीक्षित जी के सपोर्ट से या युं कहे कि दिल्ली सरकार से मान्यता प्राप्त थी। 







English translate/

////////////////////////////

 Shubhashika who ran an open school inside the home.  A certificate of 9 or 10 passed by him was also recognized in the Government School.  I had enmity with the people of Shubhashik because I had reached 5th grade, falling from 5th grade.  And passed all the class.  It took 5 years to reach 4th grade, but Shubhashika people also passed 4th to those boys who did not know Hindi properly.  I was not enmity with them because the Subhashika people had brought the students from the open to higher classes.  But that is why the well-wishers did not come first.  And the most surprising was that all the students' certificates had numbers above 40 percent.  Shubhashika Vala wanted to get all the students enrolled in 4 but the Principal refused and said that if I pass the test, then I will not get admission, then everyone will get admission in class below 4, when the Principal took the test, all failed.  Went and got admission in class 9th and I was also in class 9th.  Who came from auspiciousness.  They were placed in block C of class VI.  Subhashika was an education society.  With the support of the then Chief Minister of Delhi, Shri Mati Sheela Dixit ji, it was recognized by the Government of Delhi.








Comments

Popular posts from this blog

मीना बाजार/छत्ता चौंक लालकिला

लालकिला/ लाहौरी गेट

दीवाने ए आम