Posts

Showing posts from September, 2020

29/09/2020. P/117

Image
 हिन्दी/ //////// बात उस समय की है जब हॉलीवुड फिल्म अवतार सिनेमा हॉल में लगने वाली थी उसके ट्रेलर टीवी पर खूब दिखाए जा रहे थे। उसके साथ एक और फिल्म भी रिलीस हो रही थी। जिसका नाम 'paa' था। उसका ट्रेलर बहुत ही कम दिखाए थे लगभग ना के बराबर होम कि तरफ़ से सभी लडको को फिल्म दिखाने का प्लान बनाया गया। और फिल्म का दिन भी वही चुना जिस दिन अवतार रिलीज़ होने वाली थी। हम सभी को तो उस दिन का बड़ा बेसब्री से इंतेज़ार था। अवतार फिल्म का नाम ले ले के मज़े लेते कि अवतार देखने जायेगे किसी तरह से दिन बीत गए और वो दिन आ गया जिस दिन अवतार देखने जाना था। जो लडके सुबह में ७-८ बजे उठते थे वो भी उस दिन ४ बजे ही उठ कर नहा कर न्यू कपड़े पहन कर तैयार थे। और जो सो रहे थे उन्हें परेशान करने लगे। औरो की बात छोड़ो मै खुद नहा कर कपड़े पहन कर सो रहा था। ताकि कोई दिक्कत ना हो बाद में बेड से उठो और चल दो। सुबह ९ बजे बस आती और अवतार फिल्म का नाम रटते बस में बैठते है और चल देते है। सिनेमा हॉल के बाहर अवतार फिल्म का ट्रेलर वाला बोर्ड लगा था। हमारे वाले शो का टाइम १२:३० का था। उससे पहले कई प्रोग्राम हुए डांसिंग और स...

11/09/2020. P/116

Image
 हिन्दी/ /////// अलीपुर फस्ट होम में एक बहुत पुरानी लाईब्रेरी भी है। जिसमे बहुत सारी किताबें रखी है। उसमे लडके बहुत कम जाते थे। लाईब्रेरी को संभालने का जिम्मा गुलाब सर को था वो कभी लाईब्रेरी खोलते ही नहीं थे। अगर खोलते भी थे तो सप्ताह में एक बार वो भी साफ़ - सफाई के लिए मैंने गुलाब सर से बात किया तो वो लाईब्रेरी खोलते के लिए मान गए लेकिन उन्होंने कहा कि लाईब्रेरी खोलने पर तुम्हे सफाई करनी पड़ेगी अगले दिन से लाइब्रेरी खुलने लगा लाइब्रेरी देखने के बाद व सभी रेक चेक करने के बाद पता चला कि लाईब्रेरी स्वर्ग के सामान थी। जो बुक मै चाहता था। सब उसमे थे १९७० के समय की बुक भी थी। सभी बुक काफी अच्छी हालत में थीं। सभी पुरानी पत्रिका भी थी। सभी विख्यात लेखकों के किताब कि पूरी की पूरी सीरीज थी। मुंशी प्रेमचन्द द्वारा रचित सभी उपन्यास सीरीज के साथ थे उनके द्वारा रचित उपन्यास गोदान भी थी। लाईब्रेरी में राखी हर बुक न्यू सी लग रही थी क्योंकि कोई भी उनको पड़ता नहीं था उनके उपर धूल जमी थी। पुरानी कॉमिक्स से लेकर न्यू नंदन , चंपक , नन्हे सम्राट,  यहा तक की पुराने समाचार पत्र भी थे । पुरानी बुक जि...