06/07/2020. P/98

हिन्दी/
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अलीपुर होम के पुराने लडको ने जिसका नाम अजय था। उसने बताया कि एक दिन की बात है। होम के लडके स्कूल से होम आ रहे थे। रास्ते में एक दुकानदार वाला अमरूद बेच रहा था। एक लडके ने एक रुपए का अमरूद मागा तो दुकानदार ने उस लडके को गली देके बोला भाग जा यहां से उसने सभी लडको को आवाज लगाया की था फ्री में अमरूद मिल रहा है। फिर क्या था सभी लडके उसके दुकान पर टूट पड़े उसकी दुकान देखते ही देखते खाली हो गई करीब ७० लडके थे। हर लडके ने अमरूद के साथ दुकान दार जो और फल बेच रहा था ओ भी उठा लिया था हर लड़का अपनी जेब व बैग फल से भर लिया था इतना ही नहीं लडके इतने चालाक थे। की सभी फलो को थोड़ा - थोड़ा खा लिया था जिससे केयर टेकर कोई फल वापस नहीं ले सके क्योंकि जूठा फल न तो दुकानदार लेता न ही ग्राहक केयर टेकर ने कुछ भी नहीं कहा लडको को क्योंकि अगर दुकान वाला एक अमरूद भी दे देता तो इसकी दुकान नहीं लुटती एक अमरूद के चक्कर में पूरी दुकान लूटवा बैठा दुकान दार पुलिस स्टेशन गया तो पुलिस वालो ने इसे समझाया की भाई जो हो गया सो हो गया अब सावधानी रख और एक दो फल किसी को देने से तेरा घाटा नहीं हो जाएगा पर दुकान दार नहीं माना उसने जबरजस्ती केस दर्ज करवाया करीब ६ थ महीने बाद उसने कैसे वापस ले लिया जब उसे समझ में आया कि सिर्फ पैसे की बरबादी है। और वो सरकार से केस नहीं लड़ सकता क्योंकि लूटने वाले लडके नाबालिक और पहले से जेल में है वो भी सरकार के अनाथालय में जिनका केस सरकारी वकील लड़ता है।









English translate/
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The old boy of Alipore Home was named Ajay.  He told that it's a matter of one day.  Home's boys were coming home from school.  On the way, a shopkeeper was selling guava.  When a boy asked for a guava of one rupee, the shopkeeper told him that the boy ran away and from here he made a voice to all the boys that they were getting guava for free.  Then what was it that all the boys broke down at his shop and after seeing his shop, it became empty, about 40 boys were there.  Every boy had picked up the shop with guava which was selling fruit and every boy had also filled his pocket and bag with fruits, not only were the boys so clever.  That all the fruits had been eaten little by which the care taker could not take any fruit because the shopkeeper neither took the fruit nor the customer care taker did not say anything to the boys because if the shop owner gave a guava, then its shop  Do not loot, the whole shop was robbed in the guise of a guava, then the shop went to the police station, then the policemen explained that the brother who has fallen asleep, now take care and giving two fruits to someone will not harm you, but the shop will not lose  Admittedly, he had forcibly filed a case, how he withdrew after about six months when he realized that it was just a waste of money.  And he cannot fight the case with the government because the robbery boy, a minor and already in jail, is also in the government orphanage, whose case is fought by the public prosecutor.








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