12/06/2020. P/86

हिन्दी/
///////
स्कूल में न्यू भवन बनने के बाद सभी सेक्शन को अलग - अलग क्लास ( कमरा) से दिया गया। अजय सर ने उसी दिन चेतावनी दिया कि अब हमें क्लास मिल गया है। कक्षा लगातार लगेगी सभी विषय के टीचर सिकायत करते है कि अजय जी आपके क्लास के विद्यार्थी मेरे पीरियड में नहीं मिलते आधे भाग जाते है कुछ खेल के मैदान में खेलते है। अजय सर ने कहा कोई भी लंच टाइम में स्कूल से नहीं भागेगा। जो भागेगा उसकी दो दिन की हाजिरी काट दी जाएगी और पिटाई भी होगी। मै तुम सबको सुधार दुगा। अब भाग के दिखाओ। लेकिन किसी ने भी अजय सर के बात को गम्भीरता से नहीं लिया इस दिन भी एक तिहाई विद्यार्थी भाग गए। और भागने वालो में मै भी सामिल था। अजय सर लास्ट पीरियड में आए और जो भी विद्यार्थी बचे थे उनका रोल नंबर लिख लिया। फिर क्या अगले दिन अजय सर आए अपनी सुबह की क्लास लेने व जिस - जिस का नाम सर ने लिखा था। उस एक तरफ़ कर दिया। बाकी सभी को हाथ उपर करने को कहा उसके बाद लाइन सभी को लाइन में खड़ा किया। और सभी को चार - पाच थप्पड़ लगने सुरू किया को बीच में थे। वो लाइन के लास्ट में पहुंच गए को सर थक जाएंगे और हम कम या धीरे - धीरे पिटेगा लेकिन ऐसा सोचना उनकी भूल थी। मै भी लाइन में था लेकिन बीच में था। मुझे भी चार थप्पड़ और एक पीठ पे पंजा पड़ा मै जाकर अपनी डेस्क पर बैठ गया। जो विद्यार्थी लास्ट बचे थे उनको सर ने और जोर - जोर पीटा।









English translate/
////////////////////////////
After the new building was built in the school, all sections were given different classes.  Ajay sir warned on the same day that we have got the class now.  Classes will continue to be conducted, teachers of all subjects plead that Ajay ji, the students of your class do not meet in my period, they run away in half and play in some playground.  Ajay sir said that no one will run away from school in lunch time.  The person who runs will be cut off for two days and beaten.  I will improve you all.  Now show the part.  But no one took the matter of Ajay sir seriously, even on this day one third of the students ran away.  And I was also involved in those who escaped.  Ajay sir came in the last period and wrote the roll number of all the students who were left.  Then did Ajay sir come the next day to take his morning class and the name of which was written by Sir.  Turned to that side.  Everyone else was asked to raise their hands and after that, everyone lined up.  And everyone was in the middle of four-five slaps Suru Kiya.  He reached the last line of the line, he would get tired and we would be beaten less or less slowly but it was his mistake to think so.  I was also in line but in between.  I too had four slaps and a claw on my back and I sat at my desk.  The students who survived the last beat them harder.






Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

मीना बाजार/छत्ता चौंक लालकिला

दीवाने ए आम

लालकिला/ लाहौरी गेट