28/05/2020. P/71
हिन्दी/
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अलीपुर दिल्ली ११००३६ में दो होम थे। जिस होम में में था। वहा के स्टाफ के नाम और उनके शौख या यूं कहे कि आदत , बिजेंद्र सिर केयर टेकर थे लड़कों को नेहलाना और कपडे चेंज करवाना और कपडे धुलवाना सभी के नाखून और बाल चेक करना और और देखना की कोई लड़का बीमार तो नहीं है उनकी किसी एक्सिडेंट में दाहिने हाथ का आगुथा कट कर अगल हो गया था। जो दुबारा नहीं लगाया जा सकता था। जिसके कारण उनके दाहिने हाथ में चार ही अगुली थी। और लडके उन्हें चार नुन्नन भाईसाहब कहते थे। वो बच्चो से भूत प्यार करते थे। अगर कोई बीमार हो तो उसकी स्पेशल ख्याल रखते थे। गुस्सा आने पर वो किसी झाड़ी कि पतली सी संटी ले लेते और जोर - जोर से उसे भाजते और आवाज करते और लडके डर से भागने लगते। जब वो सुबह में सभी लड़कों को एक साथ लाइन में खड़ा करते तो हर कोई छुपने की कोशिश करता। मै भी छुपता क्योंकि वो कपडे धुलने के लिए सभी को बुलाते थे। हंसराज सर , हंसराज सर का काम था। सभी लड़कों को स्कूल ले जाना और वापस जाना और ये भी सुनिश्चित करना कि कोई स्कूल से ना भाग पाए। हंसराज सर के बाए हाथ के चार उगली किसी एक्सिडेंट में कट गई थी जिसकी वजह से उनके बाए हाथ में सिर्फ अगूठा ही बचा था। जिसके कारण लडके उन्हें थम्स अप कहते थे। या अगुठा दिखाकर दिखाकर उनके आने का इशारा करते थे। जो स्कूल जाने के नमे से छुपते थे। उनके आते ही कोई अलमारी तो कोई बाथरूम में छुप जाता। लेकिन हंसराज सर को सब पता होता था। हर एक को ढूंढ - ढूंढ कर निकते थे।https://myjourney971.blogspot.com/2020/05/28052020-p71.html?m=1
English translate/
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Alipore Delhi 110034 had two homes. The home I was in. The names of the staff there and their fans or say that habit, Bijendra was the head care taker, getting the boys to bathe and change the clothes and wash the clothes, check the nails and hair of everyone and see if any boy is ill in any of his accident. Agutha of the right hand was cut and separated. Which could not be repeated. Due to which he had only four arms in his right hand. And the boys used to call them four Nunnan Bhaishab. He used to love ghosts with children. If someone is ill, then take special care of him. On getting angry, he would take a thin bunny of a bush and shouted it loudly and started to run away from fear of fighting. Everyone would try to hide when they lined up all the boys together in the morning. I would also hide because they used to call everyone to wash clothes. Hansraj sir was the work of Hansraj sir. Taking all the boys to school and going back and also ensuring that no one escapes from school. Four fingers of Hansraj sir's left hand were cut in an accident, due to which only the thumb was left in his left hand. Because of which boys called them thums up. Or he showed signs of arrival by showing leadership. Those who hide from the name of going to school. As soon as he came, some cupboard would hide in the bathroom. But Hansraj sir knew everything. Used to search every one.
https://myjourney971.blogspot.com/2020/05/28052020-p71.html?m=1
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अलीपुर दिल्ली ११००३६ में दो होम थे। जिस होम में में था। वहा के स्टाफ के नाम और उनके शौख या यूं कहे कि आदत , बिजेंद्र सिर केयर टेकर थे लड़कों को नेहलाना और कपडे चेंज करवाना और कपडे धुलवाना सभी के नाखून और बाल चेक करना और और देखना की कोई लड़का बीमार तो नहीं है उनकी किसी एक्सिडेंट में दाहिने हाथ का आगुथा कट कर अगल हो गया था। जो दुबारा नहीं लगाया जा सकता था। जिसके कारण उनके दाहिने हाथ में चार ही अगुली थी। और लडके उन्हें चार नुन्नन भाईसाहब कहते थे। वो बच्चो से भूत प्यार करते थे। अगर कोई बीमार हो तो उसकी स्पेशल ख्याल रखते थे। गुस्सा आने पर वो किसी झाड़ी कि पतली सी संटी ले लेते और जोर - जोर से उसे भाजते और आवाज करते और लडके डर से भागने लगते। जब वो सुबह में सभी लड़कों को एक साथ लाइन में खड़ा करते तो हर कोई छुपने की कोशिश करता। मै भी छुपता क्योंकि वो कपडे धुलने के लिए सभी को बुलाते थे। हंसराज सर , हंसराज सर का काम था। सभी लड़कों को स्कूल ले जाना और वापस जाना और ये भी सुनिश्चित करना कि कोई स्कूल से ना भाग पाए। हंसराज सर के बाए हाथ के चार उगली किसी एक्सिडेंट में कट गई थी जिसकी वजह से उनके बाए हाथ में सिर्फ अगूठा ही बचा था। जिसके कारण लडके उन्हें थम्स अप कहते थे। या अगुठा दिखाकर दिखाकर उनके आने का इशारा करते थे। जो स्कूल जाने के नमे से छुपते थे। उनके आते ही कोई अलमारी तो कोई बाथरूम में छुप जाता। लेकिन हंसराज सर को सब पता होता था। हर एक को ढूंढ - ढूंढ कर निकते थे।https://myjourney971.blogspot.com/2020/05/28052020-p71.html?m=1
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Alipore Delhi 110034 had two homes. The home I was in. The names of the staff there and their fans or say that habit, Bijendra was the head care taker, getting the boys to bathe and change the clothes and wash the clothes, check the nails and hair of everyone and see if any boy is ill in any of his accident. Agutha of the right hand was cut and separated. Which could not be repeated. Due to which he had only four arms in his right hand. And the boys used to call them four Nunnan Bhaishab. He used to love ghosts with children. If someone is ill, then take special care of him. On getting angry, he would take a thin bunny of a bush and shouted it loudly and started to run away from fear of fighting. Everyone would try to hide when they lined up all the boys together in the morning. I would also hide because they used to call everyone to wash clothes. Hansraj sir was the work of Hansraj sir. Taking all the boys to school and going back and also ensuring that no one escapes from school. Four fingers of Hansraj sir's left hand were cut in an accident, due to which only the thumb was left in his left hand. Because of which boys called them thums up. Or he showed signs of arrival by showing leadership. Those who hide from the name of going to school. As soon as he came, some cupboard would hide in the bathroom. But Hansraj sir knew everything. Used to search every one.
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Nice
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