01/06/2020. P/75

हिन्दी/
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अगले दिन मै और बिजेंद्र सर गए दाखिले के लिए प्रधानाचार्य ने मुझे मुझसे ७ के पहाडे सुने और मुझे ६ कक्षा में दाखिला दे दिया। अगले दिन मै स्कूल में गया क्लास ढूंढने में मुश्किल नहीं हुई। होम दो लडके जिनके पास पावर थी। पहला था ,चंदन और दूसरे का नाम दीपक था। , दोनों कमिने एक ही थाली के चट्टे बट्टे थे। एक साथ थे। दोनों शास्त्री कुटी के कैप्टन थे। एक बड़ा और एक छोटा कैप्टन दीपक भी ६ क्लास का विद्यार्थी था। पहला दिन उसके साथ स्कूल में जाने वाला था सुबह में ९ बजे का स्कूल था। दीपक ने मुझे ९:३० तक तैयार होने को बोला था। मै सोच रहा था स्कूल तो ९ बजे का है और ये ९:३० पर चलने को बोल रहा है। पहला दिन और जाते ही ठुकाई होगी पर दीपक को तो कोई फिक्र ही नहीं थी अगले दिन मै दीपक के साथ  स्कूल के लिए निकला ९:३० पर स्कूल ९:४५ पर पहुंच गया। स्कूल का माहौल कुछ यैसा था। ग्राउंड में पानी भरा था। और बड़ी - बड़ी झाड़ियां उगी थी। जैसे किसी नहर में उगी होती थी। झाड़ियां इतनी बड़ी - बड़ी थी कि कोई भी उसमे जाके छुप जाए। मेंढ़क बहुत तेज - तेज आवाज कर थे। इसे देख कर समझ में आया कि दीपक क्यो ९ बजे की स्कूल में १:३० पर जाने को कह रहा था। फिर दीपक के साथ में एक बड़े से हाल में गया। जहा ६ वी कि कक्षा के विद्यार्थी बैठे थे। जो चार बड़े - बड़े ग्रुप में बैठे थे । उसी एक ग्रुप मै भी दीपक के साथ जाकर बैठ गया। ६ वी कक्षा चार भाग में बटा था। पहला ६ ए जो इंग्लिश माध्यम था । दूसरा ६ बी जो हिन्दी माध्यम था। तीसरा ६ सी जो हिन्दी माध्यम था। चौथा ६ डी जो हिन्दी माध्यम था।










English translate/
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The next day I went to Bijendra sir and the principal heard me from the hills and admitted me to class 9.  The next day I went to school, it was not difficult to find a class.  Home two boys who had power.  The first was Chandan and the second was named.  , Deepak, both the kamines were chattas of the same plate.  Were together.  Both of them were captains of Shastri.  One big and one small lamp was also a student of 4th class.  The first day to go to school with him was at 4 in the morning.  Deepak told me to get ready by 7:30.  I was thinking school is at 4 o'clock and it is speaking to walk at 9:30.  The first day will be stopped as soon as I go, but Deepak was not bothered about the next day, I left for school with Deepak at 9:30 and the school reached 9: 45.  The atmosphere of the school was somewhat like this.  The ground was full of water.  And big bushes had grown.  Like there was a rising in a canal.  The bushes were so big that no one could hide in them.  Frogs were very loud.  Seeing this, it was understood that why Deepak was asking to go to school at 4:30.  Then I went with Deepak in a big situation.  Where 9th class students were sitting.  Who were sitting in four big groups.  The same group also sat down with Deepak.  The 7th class was divided into four parts.  The first 4A was an English medium.  The second 4B which was a Hindi medium.  Third जो C which was a Hindi medium.  Fourth ६ D which was a Hindi medium.

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