18/04/2020। P/31
हिन्दी/
निजामुददीन में एक और इंटरेस्टिंग जगह थी वो थी गेम स्टूडियो जिस जगह गेम खेलते थे 5 रुपए के 10 कॉइन में हम लोग इतने कमाने थे कि कोइन में धागा बांध देते थे फिर उससे गेम में डालते थे जैसे ही गेम ऑन होता था कॉइन को बाहर खींच लेते थे यहीं ट्रिक इस्तेमाल करते थे फिर गेम ओनर ने कॉइन ही चेंज कर दिया ताकि कोई ऎसा ना कर सके उसके बाद गेम कॉइन आयरन की गोल भारी जिसमें कोई छेद ना हो येसा यूज करना चालू कर दिया उसके अलावा अप्पू घर प्रगति मैदान में था उसमे मै लास्ट 24/04/2006 को गया था क्यों कि ओ दिन अप्पू घर का आखिरी दिन था और मेरी आजादी का अगले दिन 25/04/2006 को पुलिस वालो ने कहा ये सेंटर बंद हो रहा है हम लोगो को एक गाड़ी में बैठने को कहा हम लोग गाड़ी में बैठ गए उसके बाद पता चला कि हम लोग जेल जा रहे है हम चाइड कोर्ट के जाया गया जो जज मैम थी उन्होंने पूछा कि तुम लोगो का घर कहा है जिसका था उसने बताया जिसका नहीं था उसे नरेला बाल सुधार घर भेज दिया गया नरेला बाल सुधार घर एक जेल जो चारो ओर से कैद जिसमें ग्राउंड नहीं था एक 25 मीटर का आंगन था दो गेट थे फिल्मों की जेल जैसी अन्दर 14 कमरे थे बट उसे सिर्फ 7 होते थे हर कमरा 10/10 का था हर कमरे में 50, 60 लड़के ठुसे होते थे ।
English translate/
Another interesting place in Nizamuddin was the game studio where the game was played where we used to earn 10 rupees for 5 rupees, we used to tie a thread in the coin and then put it in the game as soon as the game was on, pull the coin out. We used to use tricks here, then the game owner changed the coin so that no one could do it. After that, the game started using iron iron with a huge goal which has no holes. Or other than that Appu Ghar was in Pragati Maidan in that I went last on 24/04/2006 because O day was the last day of Appu Ghar and on 25/04/2006 the next day of my freedom the policemen said that this center should be closed It is said that we were asked to sit in a car, after we sat in the car, after that we came to know that we are going to jail, we went to the court of Chide, who was the judge mam. Told whose not He was sent to Narela Child Improvement Home Narela Child Improvement Home A prison which was imprisoned from all sides, there was a 25 meter courtyard which was not grounded, there were two gates, there were 14 rooms inside the prison of films, but he had only 7 every room 10. / 10 had 50, 60 boys in every room.
निजामुददीन में एक और इंटरेस्टिंग जगह थी वो थी गेम स्टूडियो जिस जगह गेम खेलते थे 5 रुपए के 10 कॉइन में हम लोग इतने कमाने थे कि कोइन में धागा बांध देते थे फिर उससे गेम में डालते थे जैसे ही गेम ऑन होता था कॉइन को बाहर खींच लेते थे यहीं ट्रिक इस्तेमाल करते थे फिर गेम ओनर ने कॉइन ही चेंज कर दिया ताकि कोई ऎसा ना कर सके उसके बाद गेम कॉइन आयरन की गोल भारी जिसमें कोई छेद ना हो येसा यूज करना चालू कर दिया उसके अलावा अप्पू घर प्रगति मैदान में था उसमे मै लास्ट 24/04/2006 को गया था क्यों कि ओ दिन अप्पू घर का आखिरी दिन था और मेरी आजादी का अगले दिन 25/04/2006 को पुलिस वालो ने कहा ये सेंटर बंद हो रहा है हम लोगो को एक गाड़ी में बैठने को कहा हम लोग गाड़ी में बैठ गए उसके बाद पता चला कि हम लोग जेल जा रहे है हम चाइड कोर्ट के जाया गया जो जज मैम थी उन्होंने पूछा कि तुम लोगो का घर कहा है जिसका था उसने बताया जिसका नहीं था उसे नरेला बाल सुधार घर भेज दिया गया नरेला बाल सुधार घर एक जेल जो चारो ओर से कैद जिसमें ग्राउंड नहीं था एक 25 मीटर का आंगन था दो गेट थे फिल्मों की जेल जैसी अन्दर 14 कमरे थे बट उसे सिर्फ 7 होते थे हर कमरा 10/10 का था हर कमरे में 50, 60 लड़के ठुसे होते थे ।
English translate/
Another interesting place in Nizamuddin was the game studio where the game was played where we used to earn 10 rupees for 5 rupees, we used to tie a thread in the coin and then put it in the game as soon as the game was on, pull the coin out. We used to use tricks here, then the game owner changed the coin so that no one could do it. After that, the game started using iron iron with a huge goal which has no holes. Or other than that Appu Ghar was in Pragati Maidan in that I went last on 24/04/2006 because O day was the last day of Appu Ghar and on 25/04/2006 the next day of my freedom the policemen said that this center should be closed It is said that we were asked to sit in a car, after we sat in the car, after that we came to know that we are going to jail, we went to the court of Chide, who was the judge mam. Told whose not He was sent to Narela Child Improvement Home Narela Child Improvement Home A prison which was imprisoned from all sides, there was a 25 meter courtyard which was not grounded, there were two gates, there were 14 rooms inside the prison of films, but he had only 7 every room 10. / 10 had 50, 60 boys in every room.
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