08/04/2020 in U.P. P/21

Hindi/


कुछ दिन तक मेने मछली पकड़ना बंद कर दिया। आश्रम से थोड़ी ही दूर पर बाँस के बहुत से पेड़ थे। उसी के साथ बघेल का बगीचा भी था। बघेल उस आदमी का नामे था जिसका बगीचा था। उसके बगीचे मे कटहल के पेड़ थे जिसके पूरे पेड़ मे कटहल लगता था। कटहल के साथ जामुन, बेर, पपीता  आम के पेड़, सीसम और बरगद के भी पेड़ थे। एक दिन आश्रम मे स्कूल के गुरुजी आए और बाबा से कहा इन्हे स्कूल मे भेज दिया करो। बाबा ने हम लोगो को बुलाया और हमे स्कूल जाने को कहा और मान गए। स्कूल भी बगीचे मे था तीन चार महुआ के पेड़ और उसके नीचे एक पक्का कमरा था। वहाँ हेडमास्टर का कमरा थाऔर सभी टीचर का कमरा था। बैठने के लिए बोरा आश्रम से ले जाना पदता था। लिखने के लिए  पतली लकड़ी का टुकड़ा और  सफेद पाउडर को सीसी मे पानी के साथ मिला कर लिखते थे। फिर मिटाने के लिए आश्रम के कालिख लगते थे फिर लिखते थे। उसे शीशा की घूरते ते थो उसे इंता चिकना बन जाता था कि अपना चेहरा देख सकते थे। स्कूल मे गुरुजी से  शौचालय करने का बहाना बनाकर पूरा ग्रूप एक के बाद एक निकल जाते थे। फिर कोई आम तोड़ता था तो कोई बेल को, तो कोई ईमली तोड़ता था। एक बार हम लोग बेल तॉडकर भुन रहे थे तभी गुरु जी आ गए और हम लोग बेल छोड़ कर भाग गए। गुरु जी बेल अपने साथ उठा ले गए।  अगले दिन से गुरु जी छुप कर हमारे पीछे पडे रहते थे और अगले दिन फिर हम लोग बचने के लिए अपने जेब मे बेर, जामुन रख लेते थे। गुरु जी के चेक करने पर मिल जाते थे और उसके बाद मार भी पदती थी। हमारे ग्रूप मे मैं, बुधवा, रटुआ। दीनुआ, राहुल, खुद्रा शामिल थे।




English Translate/

I stopped fishing for a few days.  There were many bamboo trees just a short distance from the ashram.  Baghel's garden was also with him.  Baghel was the man whose garden was.  There were jackfruit trees in his garden, which had jackfruit all over the tree.  There were berries, berries, papaya mango trees, sesam and banyan trees along with jackfruit.  One day the Guruji of the school came to the ashram and asked Baba to send them to the school.  Baba called us and asked us to go to school and agreed.  The school was also in the garden with three to four mahua trees and a paved room under it.  There was the headmaster's room and all the teachers' rooms.  He had to take the bora from the ashram to sit.  To write, a piece of thin wood and white powder was mixed with water in CC.  Then it used to be the soot of the ashram to erase and then write.  He was staring at the glass, so it became so smooth that he could see his face.  At school, the entire group used to go out one after the other by making an excuse to toilet from Guruji.  Then someone broke the mango and some broke the vine, and some broke the emli.  Once we were roasting the vine, then Guru Ji came and we left the vine and ran away.  Guruji took Bell with him.  From the next day Guru Ji used to hide and follow us and the next day, we used to keep plum, berries in our pockets to escape.  They used to meet on Guru ji's check and after that Mara also passed away.  I, Budhwa, Ratua in our group.  Dinua, Rahul, Khudra were involved.







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